Tuesday, September 20, 2016

हमहूँ खतना करैबें


अच्छा आज आयतें रट लोगे... कल खतना/सुन्नत करवा लोगे, फिर मंदिर गुरूद्वारे जाना बंद कर दोगे, फिर मॉल सिनेमा हॉल जाना बंद कर दोगे, बहु बेटियों को परदे में रखोगे, रोज़े रखने लगोगे...

फिर "भोफड़ी के" तुमको मारने की ज़रुरत ही क्या रह जायेगी।

उजड्ड

 

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