Tuesday, September 20, 2016

चोली-हुक और न्यूज़



अखाड़े में पत्थर की शिला पर बैठे, काछ (शरीर का वो स्थान जहाँ दोनों जांघे मिलती हैं, पसीने जनित खुजली, दाद-खाज की पसंदीदा जगह) में घुस चुके लंगोट के सिरे को बाहर खींचते हुए चुंड पूछे, गुरु ई केजरिवलवा का कोई उपाय नहीं? साला हरदम न्यूज़ में बना रहता है। हर बात उसकी समाचार होती है।

टुन्ना गुरु गदा फेर रहे थे, गदे के दाब से छाती फटकर बहार आ जाती थी। जांघ और नितम्ब अपनी ही छटा बिखेर रहे थे। गदा फेरना रोक कर बोले - कजरी और न्यूज़ में चोली - हुक का सम्बन्ध है... जब तक हूक लगी है तब तक तो न्यूज़ हइये है... और जो हूक खुली तो न्यूजे न्यूज़... न्यूजे न्यूज़...
- उजड्ड

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