Saturday, February 8, 2014

प्रपंच कथा - ९

आज मैं युगपुरुष की राजनैतिक समझ का लोहा मान गया | उन्होंने जब कहा था की "हम तो जी इन्हें राजनीति करना सिखा देंगे" तो किसी ने भी उनके (अश्लील) इशारे को नहीं समझा था ... लेकिन आज ही मुझे ये बात समझ में आ गयी| दरअसल युगपुरुष का इशारा राजनीती में पोर्नत्व (Porn) के प्रचार प्रसार की ओर था|

कुछ समय पहले कर्नाटक विधानसभा में बैठकर विधायक जी जो फसल काट रहे थे वो हमारे युगपुरुष के परम सखा पोर्न नाथ भारती जी की बोई हुई ही रही होगी| ये राजनीती तो यूगपुरुष बिना पार्टी बनाये ही शुरू कर चुके थे | सचमुच बड़ी आउट डेटेड राजनैतिक समझ है यहाँ के लोगों की| युगपुरुष कजरी लाल ही एक नयी बयार लायेंगे |

कजरी ने समझ लिया था की काम करने से या विकास करने से घंटा क्रांति आयेगी | आज का क्रन्तिकारी इन्टरनेट पे बैठा सन्नी लियोनी के मोड़ और कोण को नापने वाला सुक्ष्मद्रष्टा है| युग पुरुष जी ने इस नब्ज़ को पकड़ लिया| बस खोज में लग गए अपने पोर्न सेनापति के ... कई सारे डोमेन भटकने के बाद छोरा घर में ही मिल गया| युगपुरुष के मुह से बरबस निकल आया ... "पोर्नोरेका" (यूरेका बोल कर युगपुरुष जी कापीराईट का उल्लंघन नहीं करना चाहते थे, वैसे ही स्वराज की चोरी पकड़ी जा चुकी है)| बस सौंप दी जिम्मेदारी|

पोर्न नाथ भारती ने सन्नी लियोनी का वास्ता देकर उन सभी पोर्न वीरों को रातों रात क्रन्तिकारी बना दिया जिन्होंने कभी न कभी भारती जी के बेचे हुए डोमेन के वाया पोर्न देखने जैसा क्रन्तिकारी काम किया था |

कहते हैं न की १०० विकास की १ पोर्न की | और जब पोर्न को स्पैम के कुल्हड़ में परोसा तो पंहुचा दिया सुतियों का आकड़ा १ करोड़ के पार | युगपुरुष को भी समझ में आ गया की छोरा हीरा है, ये कुछ भी करे इसकी हर यत्न से रक्षा करनी चाहिए| और देखिये सब कुछ दाँव पर लगा दिया लेकिन पोर्नु भारती का बाल (अरे यार सर का बाल, पोर्न की बात हो रही है तो कुछ भी सोचोगे क्या) भी बांका न होने दिया|

मान गए गुरु| सही है, ये संघी तुमसे लड़ने की ताकत तो ले आएंगे लेकिन पोर्न डोमेन कहाँ से लायेंगे (मशहूर डायलाग - "मुझसे लड़ने की ताकत तो ले आओगे ... मगर कमीनापन कहाँ से लोगे" से उद्धृत )|

दरअसल कजरी पोर्नु बाबा के दरबार में फ़रियाद लेकर गया था | पेश है कजरी-पोर्नु संवाद के कुछ अंश |

कजरी उवाच - पोर्न नाथ भारती को कोटि कोटि पोर्नाम | बाबा बहुत मायूस रहता हूँ | जीवन में अकेलापन है , कुंठा है और इन दोनों का तेगला - हस्त*%&@ (कृपया रागदरबारी पढ़ें) भी, फिर भी सजीवता का अभाव है | क्रांति नहीं हो रही है | स्टील का गिलास भी चुवना निकला | सारी क्रांति रिस रिस कर चू गयी | १ करोड़ क्रन्तिकारी कहाँ से आएंगे ?

पोर्नु बाबा - आखिरी बार क्लिप कब देखी थी?

कजरी - याद नहीं बाबा | स्मरण शक्ति का ह्रास हो रहा है | संघी कहते है की इसका सीधा सम्बन्ध "द्रव्य" ह्रास से है | इस बात से और कुंठित हो जाता हूँ| और फिर ...

पोर्नु बाबा - बस बस रुलाएगा क्या| जा नयी वाली क्लिप देख| तेरी किरपा वहीँ अटकी है |

कजरी - पोर्नु बाबा की जय हो | क्रांति के लिए आप गैर कानूनी काम से भी बाज नहीं आते | आप चील हैं बाबा | अगर मूर्खों ने मुझे मूर्खमंत्री बनाया तो आप के हाँथ में दे दूंगा ... कानून | फिर जिसको चाहो कोठे पे बिठा देना |

फिर क्या था जब पोर्नु बाबा ने रात में रेड डाली तब से दादा कोंडके की "अँधेरी रात में, दिया तेरे हाँथ में" को नया अर्थ मिल गया |

जय पोर्न नाथ भारती

-- उजड्ड बनारसी


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